एक रामदेव समर्थक को मेरा जवाब

कभी कभी हम भावनाओं में भटकर अपने मुख्य उद्देश से भटक जाते हैं !! कुछ स्वामी रामदेव समर्थक अन्ना आन्दोलन  के बारे में यही भटकाव पैदा करना चाह रहे हैं !! 
 
एक रामदेव समर्थक को मेरा जवाब :

इसकी  बात  क्यों  नहीं  करते  , उसकी  बात  क्यों  नहीं  करते , आप  भी  सरकारी  व्यवहार  क्यों  कर  रहे  हैं ! क्या  उन्होंने  किसी  विदेशी  वस्तु  का  प्रचार  किया ? 

स्वामी  रामदेव  जी  की  में बहुत  इज्ज़त  करता  हूँ  , पर  सिर्फ  एक  बुलावे  पर  आए  १  लाख बच्चों , स्त्री और  पुरुषों  को  अपने  जूनियर के  अधीन  छोड़  कर  , महिला  वेश  में  रात  के   १:३०  बजे  स्वामी  रामदेव  जी  का  भागना  मुझे  रत्ती  भर  भी  उचित  नहीं  लगा !

अरे !! सरकार  से  लड़  रहे  हो  तो  जान  हथेली  पर  ले  कर  चलिए !!

शिवाजी  कैद  से  भागे  थे  न  की  अपने  १  लाख  समर्थक को  छोड़   के !

जनलोकपाल   के  बारे  में  हो  सकता  है  की  कुछ  बातें  आपको  ख़राब  या  उचित  न  लगे !! आपको  किस  बिंदु  पर  क्या  आपत्ति  है  यह  उचित  मंच  और  लोगों   के  सामने  रखे !!

ग्लोबललाईजेसन  का  जमाना है  सभी  देशो  को  मिलजुल  कर  अपने  हितों  की  रक्षा  करते  हुए  आगे  बढ़ना होगा! 

आपको  आहत  पँहुचाने   के  लिए  क्षमा  चाहूँगा !!

!!जय  हिंद !!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें