मजे में हैं तुम्हारे सब कसाब

सरकार से आतंकवाद पर देश की जनता मांगे हिसाब!
सरकार कहत है की चुप रह बे , काहे का हिसाब !
सरकार से मांग रहे हो हिसाब , क्या हो गया है दिमाग खराब !
अपना काम कर, समय पर टैक्स भर , मजे में हैं तुम्हारे सब कसाब !!  

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