इबादत

लोग कहते हैं मुझे -  तू मोहब्बत न कर , तेरी औकात नहीं !
मैं कहता हूँ  उन्हें - मोहब्बत तो आप करते हैं !
मैं तो बस इबादत करता हूँ !
बस इतनी ही शरारत करता हूँ, 
मैं तो बस इबादत करता हूँ !!

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