जनलोकपाल !

नहीं जागी है अब भी सरकार !
हर तरफ फैला है भ्रष्टाचार !
प्रशासन में हैं इसके कई आकार !

ओ जनता-ए-हिसार!
हो जाओ मतदान के लिए तैयार !
जो न करे जनलोकपाल स्वीकार !
उसका करो बहिष्कार !!

मैं खोया हूँ

न जागा हूँ , न सोया हूँ !
कहीं तो मैं खोया हूँ !!